Search

Loading
Showing posts with label Jayanand muni. Show all posts
Showing posts with label Jayanand muni. Show all posts

Friday, January 14, 2011

परम पूज्य जयानंद मुनि के समाधि का वार्षिकोत्सव एवं ध्वजा का कार्यक्रम १७ जनवरी को

परम पूज्य  जयानंद  मुनि के समाधि का वार्षिकोत्सव एवं ध्वजा का कार्यक्रम १७ जनवरी को प्रातः संपन्न होगा. इस उपलक्ष्य में उनकी मोहनबाड़ी स्थित समाधी पर प्रातः ९ बजे से पार्श्वनाथ पञ्च कल्याणक पूजा पढाई जाएगी. पूजा के पश्चात् शिखर पर ध्वजा चढ़ाई जाएगी. श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ इस कार्यक्रम का आयोजक है.  पूज्या मणिप्रभा श्री जी महाराज की सानिध्यता में यह कार्यक्रम होगा. विधिकारक श्री प्रेमचंद श्रीश्रीमाल सम्पूर्ण कार्यक्रम करवाएंगे.


पूजा के पश्चात् स्वल्पाहार के लाभार्थी श्री सुपार्श्वनाथ भक्तामर मंडल होंगे.  सभी साधर्मी बंधुओं से पूजा में पधारने हेतु विनती है.
ज्योति कोठारी

allvoices

Monday, September 27, 2010

प्.पू. जयानंद मुनि की पंचम पुण्य तिथि

    
Idol of Jayanand Muni at Mohanbadi

Siddhachakra Mahapujan

Sadhvi Mandal at Mohanbadi

A Hungarian tourist at Mohanbadi 
at the time of event
प्.पू. जयानंद मुनि की पंचम पुण्य तिथि आज मोहनबाड़ी, गलता रोड, जयपुर में समारोह पूर्वक मनाई गई. इस अवसर पर प्. पू. साध्वी श्री विद्युत् प्रभा श्री जी, हेमप्रज्ञा श्री जी, संयम निधि श्री जी आदि साध्वी मंडल श्रावक श्राविकाओं के साथ प्रातः ६ बजे शिवजी राम भवन से विहार कर मोहनबाड़ी  पहुंची. वहां पर सर्व प्रथम भक्तामर स्तोत्र व गुरु इकतिसा का पाठ किया गया. फिर नाश्ते के बाद सिद्धचक्र महापूजन प्रारंभ हुआ.  विधि कारक प्रेम चाँद श्रीश्रीमाल ने विधि पूर्वक महापूजन संपन्न करवाया. श्री जैन श्वेताम्बर खरतर गच्छ संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मानक चाँद गोलेछा, उपाध्यक्ष श्री राजेंद्र कुमार छाजेड, संघ मंत्री श्री ज्योति कुमार कोठारी, कोषाध्यक्ष श्री मोहन लाल डागा, मंदिर दादाबाड़ी मंत्री श्री पदम् चाँद गोलेछा, सांस्कृतिक मंत्री श्री राजेंद्र कुमार भंसाली आदि पदाधिकारियों के साथ ही श्री कुशल चंद सुराना, श्री विमल चंद सुराना आदि अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने कार्य क्रम में भाग लिया.

इस अवसर पर जयानंद भक्ति मंडल के भक्तों ने भी भक्ति का रंग जमाया. श्री धीरज कुमार अतुल कुमार पारख की और से   प्.पू. जयानंद मुनि की तस्वीर लोगों को भेट की गई. पाली के भंसाली परिवार ने पूजा करवाने का लाभ लिया.


कार्यक्रम के बाद साधर्मी वात्सल्य का आयोजन किया गया.



allvoices

Wednesday, September 22, 2010

Param Pujya Jayanand Muni: 5th death anniversary at Mohanbadi







5th death anniversary of Param Pujya Jayanand Muni will be observed at his Samadhi Mandir at Mohanbadi, Galta road, Jaipur on Monday, 27th September, 2010.

Pujya Sadhwi Mandal will reach at Mohanbadi in the morning. Bhaktamar Stotra path will be followed by breakfast. Siddhachakra Mahapujan is the main program of the day followed by a lunch (Sadharmi Vatsalya).

Sri Jain Swetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur will organize the program.

allvoices

Sunday, September 19, 2010

Mohanbadi Swetambar Jain Temple, Dadabadi and Samadhi Mandir


View Mohanbadi Swetambar Jain Temple in a larger map

Mohanbadi is one of the historical Swetambar Jain religious place in Jaipur situated between Surajpole gate and Galta at Surajpole road, Jaipur. The premises is managed by Shri Jain Swetambar Khartar Gachchh Sangh, Jaipur.

Sri Sanwalia Parasnath Temple and Dadabadi were built in the 18h century. We are in process of collecting and publishing history of this Jain heritage site.

There are black colored stone idol of Sanwalia Parasnath and a white marble feet print of Lord Rishabhdev, the Adinath along with some other idols and Dada Jin Kushal Suri feet print. The temple is an explicit example of Mogul- Rajput school of architecture with beautiful wall paintings.

An old Dadabadi along with Shantivijay Suri Guru Mandir are also situated in this premises in the left side of the Parasnath temple.

Funeral ceremonials of Jain monks and nuns (Sadhu / Sadhwi) are used to take place at Mohanbadi since centuries. Samadhi Mandir of several Jain saints such as Shivji Ram Ji Maharaj, Pujya Jayanand muni, Pujya Punya Sri Ji Maharaj, Samata Murti Sri Vichakshan Sri ji Maharaj and Agam Jyoti Pravartini Sri Sajjan Sri ji Maharaj are built inside the premises.

Khartar Gachchh Sangh, Jaipur is building a five floored air conditioned Dharamshala with all modern amenities at Mohanbadi premises.

allvoices